Sunday, October 22, 2017

Ground Report : सरपंच की मृत्यु हो गई और कम्प्यूटर पर रोड बनी दिख रही है !!!

उमरिया से अज़मत की रिपोर्ट

दस्तक न्याय और बाल अधिकार यात्रा जब उमरिया जिले के जूनवानी ग्राम पहुँची तब लोग सरकार को कोसते हुए नजर आए कहे कि कैसा विकास है कि 'हमारे गाँव तक पहुँच मार्ग तक नहीं बना जब की प्रधानमंत्री द्वारा गाँव की शहर से जोड़ने की लगातार घोषणा की गई है। '

दस्‍तक यात्रा जब गाँव की ओर बढ़ी जा रही थी तब जूनवानी गाँव के रोड पूरी तरह कीचड़ से भरा हुआ था। रोड के बग़ल में दूसरे गाँव के एक सज्जन के खेत से होते हुए गाड़ी आगे जा सकती थी पर वह भी अपना खेत जोत कर बोवाई कर चुके थे।

अब समस्या यह सामने आई कि गाँव तक पहुँचे कैसे ?  बड़े प्रयास के बाद ज़मीन मालिक को मना कर उनसे इजाज़त लेते हुए हम उनकी ज़मीन से होते हुए जूनवानी पहुँचे।

ग्राम में पहुँचते ही बच्चे युवा और महिलाएँ साथ आ गई। उनके चेहरे पर रोड न होने का दर्द साफ़ झलक रहा था। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व आशा के साथ बैठक कर गाँव में किशोरी और महिलाओं के स्वास्थ्य में आने वाली समस्याओं पर चर्चा किया गया।

चर्चा के बाद पोषण संवाद करने के लिए बैठे तब महिलाओं ने सरकार को कोसते हुए कहा कि हमारे साथ लगातार अन्याय ही हो रहा है। हमारे यहां पहुँच मार्ग तक नहीं बना जबकि पूरे इलाके में बन गया है। जिसके लिए सैकड़ों बार पंचायत में बात हो चुकी है पर ग्राम के विकास के लिए पंचायत कुछ नहीं कर रही है।

ग्राम जूनवानी के युवा अशोक सिंह बताते है कि सरपंच सचिव कहते हैं कि ७ साल पहले यह पहुंच मार्ग काग़ज़ों में बन चुका है जिसकी जाँच के दौरान प्रशासन ने पुराने सरपंच पर आरोप लगाया था और उससे पैसे वसूल कर यह रोड बनने की बात कही थी पर अब वह सरपंच की मृत्यु हो चुकी और कम्प्यूटर में रोड बनी दिख रही है।
इसलिए हम रोड नहीं बना सकते है।

महिलाओं ने कहा कि यहां रोड ना होने से जननी एक्सप्रेस हमारे गाँव से 2 किमी दूर खड़ी होती है जिसके चलते हमें गर्भवती महिलाओं को वहां तक ले जाने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

गाँव की युवा साथी सुनैना सिंह जो गांव से 7 किमी दूर ग्राम मज़मानीकल में 12 कक्षा में पढ़ती है, वो कहती है कि रोज़ हमें स्कूल आने—जाने में काफ़ी दिक्कतों  का सामना करना पड़ता है बरसात के दिनों में ज़्यादातर दिन स्कूल छूट जाता है।

रात्रि बैठक के दौरान ग्राम के भोन्दल सिंह ने बताया कि यहाँ वन विभाग अपनी मनमानी कर रहा है हम गाँव वालों की ज़मीन में पेड़ लगा दिया गया है, जबकि ज़मीन हमारी अपनी है जिसका पट्टा तक हमारे पास है।

ग्राम की बुजुर्ग महिला रतनी बाई कहती हैं कि 'जूनवानी ग्राम विकास के के लिए हमेशा ही ग्राम सभा में अपनी बात रखते रहे हैं। पर जब मूलभूत सुविधाओं से लगातार वंचित रखा जाता है तब आदमी बे-क़ाबू हो जाता है और बोलता है तो उसे अधिकारियों द्वारा चुप कराया जाता है और जब कोई चुप नहीं होता तो होता है टकराव। जो जूनवानी के ग्राम सभा में हमेशा ही होता आया है। इस कारण पिछले 4-5 सालों में गाँव में नहीं होती। ग्राम सभा पंचायत में होती है तो वहां तक सभी का पहुंच पाना मुश्किल है। गाँव के लोग अपनी मूलभूत समस्या जैसे ग्राम पहुँच मार्ग, पेयजल और खाद्यन को लेकर हमेशा ही परेशान रहते हैं।'

यात्रा के दौरान रात्रि बैठक में पंचायत सचिव व सरपंच कुछ समय के लिए पहुँचे जहाँ लोगों के सामने आने वाली समस्या पर बात की गई जिसमें सरपंच सचिव द्वारा रोड निर्माण और जो भी समस्या निकल कर आए उसका जल्द ही निराकरण करने की बात कही।

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